गजल

जा भ"वरा जा,जा अव जा !
कर्कश आवाज, भैगो नसुना !!
देखे" तेरो प्यार,छद्म व्यवहार,
झुठ्ठो लोकाचार,अव नजता !
कहा" गए ती कसम ? वाचा के भए ??
विर्सीए कसरी ? बितेका कुरा !
जा भ“वरा त“,वापस न आ,
प्रेम-आलाप कहि“,अन्तै दोहोरा !
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